जनता द्वारा मूल्यांकित कवि हैं रमई काका! : विश्वनाथ त्रिपाठी
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विश्वहिंदीजन चौपाल
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इस 'संकट काल' में एक बेहद जरुरी पत्रिका - 'गाँव के लोग': नित्यानंद गायेन
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मुस्लिम परिवारों में स्त्री शिक्षा: अंजुम
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सत्य, सत्याग्रह, शूद्र, दलित और भारतीय नैतिकता: -संजय जोठे
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हम रच रहे हैं (कविता संग्रह): राहुल देव
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‘लोकबिंब’ पत्रिका के प्रवेशांक हेतु लेख, शोध आलेख आमंत्रित: गोविन्द यादव
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