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साहित्य के स्तरीय और विश्वसनीय मंच 'समालोचन' के पांच वर्ष


ll समालोचन के पांच वर्ष ll
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१२/११/१० से समालोचन की यह यात्रा शुरू हुई. इसपर महत्वपूर्ण 625 पोस्ट हैं. लगभग 6250 टिप्पणियाँ हैं. इसे पांच लाख पचास हज़ार बार देखा गया है. हिंदी और और अन्य भारतीय भाषाओँ के अनेक विद्वानों का स्नेह और सहयोग इसे मिला है और मिल रहा है. अखबारों और पत्रिकाओं में इसके अनेक पोस्ट पुनर्मुद्रित हुए हैं. अनेक विश्वविद्यालयों की लाइब्रेरी सूची में यह शामिल है. इसके पाठक पूरी दुनिया में फैले हैं. अगर आज यह साहित्य का स्तरीय और विश्वसनीय मंच बन चुका है तो इसमें सबसे बड़ा योगदान इसके लेखकों का है जो अपना बेहतरीन समालोचन को देते हैं, इसके पाठकों का है जो रूचि से पढ़ते हैं और खुलकर टिप्पणियाँ करते हैं. समालोचन की ओर से आप सबका आभार. 
http://samalochan.blogspot.in/
(सूचना साभार: अरुण देवसंपादक- अरुण देव)

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