लखनऊ से एक कविता केन्द्रित पत्रिका " कविता बिहान " की शुरूआत
दोस्तो आज लखनऊ से एक
कविता केन्द्रित पत्रिका " कविता बिहान " की शुरूआत हुई है । इस अंक में
जाने माने कवि शिरीष मौर्य का रघुवीर सहाय जी की कविता पर गम्भीर - महत्वपूर्ण
आलेख है । भारतीय कविता की भारतीयता " शीर्षक से अग्रज दिविक रमेशका लेख और
" नयी इबारत लिखते समकालीन कविता के युवा स्वर " पर आरसी चौहान का पठनीय
जरूरी आलेख है ।जनकवि मानबहादुर सिंह की कविता पर भाई उमाशंकर सिंह परमार का आलेख
व वरिष्ठ कवि राजेश जोशी से अनीता मिश्रा की महत्वपूर्ण
बातचीत है । साथ ही
आज के कइयों महत्वपूर्ण कवियों की कवितायें हैं ।
इसमें स्वप्निलश्रीवासतव , केशव तिवारी , वसंत सकरगाए , प्रमोद,
शम्भू यादव, संतोष कुमार चतुर्वेदी आदि हैं ।
तीसरा सप्तक की महत्वपूर्ण कवयित्री कीर्ति चौधरी का स्मरण करते हुए भाई ब्रजेश
नीरज का लेख है और कीर्ति चौधरी की चुनी हुई कविताएं हैं । जो कीर्ति चौधरी की
कविता के दूसरे पहलुओं से परिचित कराता है । अजीत प्रियदर्शी ने जनपद के कवि
त्रिलोचन पर टिप्पणी करते हुये आज उनकी जरुरत पर बात साझा की है ।
। इसी में युवा
रचनाशीलता स्तम्भ में युवा कवि भास्कर चौधुरी की कविता पर आशीष सिंह का आलेख है । इसके
आवरण पर वरिष्ठ जनधर्मी कलाकार साथी क. रवींद्र जी की चित्ताकर्षक कलाकृति है ।
प्रधान संपादक - नलिन रंजन सिंह
सम्पादक - ज्ञान प्रकाश चौबे
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एक अंक की कीमत ---पचास
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