'पक्षधर' का नया अंक (अंक-21)
'पक्षधर' का नया अंक (अंक-21) शीघ्र ही । आवरण-चित्र
सुरेन्द्र राजन (काकू) का है । लगभग 350 पृष्ठों के इस अंक के रचनाकर हैं :
निर्मला जैन, शुभा, अवधेश प्रधान,
रवि श्रीवास्तव, रविभूषण, विजय बहादुर सिंह, सुधीर विद्यार्थी, सत्यपाल सहगल, गरिमा श्रीवास्तव, रामशंकर द्विवेदी, आशुतोष कुमार, शैलेय, मनोज कुमार पांडेय, तरुण
भटनागर, वंदना शुक्ल, बसंत त्रिपाठी,
शहंशाह आलम, राकेश बिहारी, टेकचंद, अशोक कुमार, शेखर
मल्लिक, जीतेंद्र गुप्ता, सुबोध शुक्ल,
शशिभूषण मिश्र, गणेश गंभीर, कुमार गौरव और के.पी. अनमोल । बहुत दिनों के बाद शुभा की 18 कविताएँ इस
अंक में एक साथ आ रही हैं । अब तक शुभा पर बहुत कम लिखा गया है, न के बराबर । शुभा की कविताओं पर आशुतोष कुमार का लेख है । प्रसिद्ध फिल्म
निर्देशक सत्यजीत रे की पत्नी विजया रे की आत्मकथा का अंश और अरब की प्रसिद्ध
स्त्रीवादी लेखिका नवल अल सादवी की मशहूर किताब 'The Hidden Face of Eve :
Women In the Arab World' का एक अंश पाठकों को बेहद पसंद आएंगे ।
तरुण भटनागर के बस्तर के जीवन पर लिखे जा रहे उपन्यास 'काला
चाँद' के एक अंश के साथ ही इस अंक में और भी महत्वपूर्ण
सामग्री है। हर बार की तरह यह अंक भी पाठकों द्वारा पसंद किया जाएगा, ऐसी उम्मीद है । इस अंक के सभी रचनाकारों का आभार जिनके बिना यह अंक संभव
नहीं होता । सुरेन्द्र राजन (काकू) का प्यार पक्षधर को उसके शुरुवाती अंकों से
मिलता रहा है ।
- विनोद तिवारी
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