सदनों में कभी हंगामा,कभी जलसा होता रहा: सलिल सरोज
विश्वहिंदीजन चौपाल11:40:00 pm
क़त्ल हुआ और यह शहर सोता रहा अपनी बेबसी पर दिन-रात रोता रहा ।।1।। भाईचारे की मिठास इसे रास नहीं आई गलियों और मोहल्लों में दुश...
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