बाबा नागार्जुन की कविता ' मंत्र' यहाँ पढ़ें एवं स्ट्रिंग बैंड द्वारा सुने
विश्वहिंदीजन चौपाल7:17:00 pm
ॐ शब्द ही ब्रह्म है.. ॐ शब्द्, और शब्द, और शब्द, और शब्द ॐ प्रणव, ॐ नाद, ॐ मुद्रायें ॐ वक्तव्य, ॐ उदगार्, ॐ घोषणाएं ...
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