प्रवासी साहित्य लेखन और हिन्दी (वाणी डिजिटल)
*#वाणीडिजिटल शिक्षा श्रृंखला : दूसरा पड़ाव*
*31 अगस्त 2020, शाम 4 बजे*
*तेरहवाँ व्याख्यान*
*“प्रवासी साहित्य लेखन और हिन्दी” पर अपने विचार रखेंगी पूर्व प्राचार्या, महिला महाविद्यालय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी की अध्यापिका चन्द्रकला त्रिपाठी ।*
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*श्रृंखला संपादक : प्रभाकर सिंह, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय*
*#Vani58 #वाणीशिक्षा #VaniDigital #ReadWithVani*
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