‘अन्दाज़-ए-बयाँ उर्फ़ रवि कथा’ – ममता कालिया
‘अन्दाज़-ए-बयाँ उर्फ़ रवि कथा’ – ममता कालिया
“बेमिसाल कथाकार जोड़ी रवीन्द्र कालिया और ममता कालिया की समूचे भारतीय कथा साहित्य में अमिट जगह है। साथ रहते और लिखते हुए भी दोनों एक-दूसरे से भिन्न गद्य और कहानियाँ लिखते रहे और हिन्दी कथा साहित्य को समृद्ध करते रहे। रवीन्द्र कालिया संस्मरण लेखन के उस्ताद रहे हैं। ग़ालिब छुटी शराब हो या सृजन के सहयात्रियों पर लिखे गये उनके संस्मरण हों, उन्हें बेमिसाल लोकप्रियता मिली। उन संस्मरणों में जो तटस्थता और अपने को भी न बख़्शने का ज़िन्दादिल हुनर था वह इसलिए सम्भव हो पाया कि वह अपने निजी जीवन में भी उतने ही ज़िन्दादिल रहे। रविकथा इन्हीं रवीन्द्र कालिया के जीवन की ऐसी रंग-बिरंगी दास्तान है जो ममता जी ही सम्भव कर सकती थीं। पढ़ते हुए हम बार-बार भीगते और उदास होते हैं, हँसते और मोहित होते हैं। रविकथा एक ऐसी दुनिया में हमें ले जाती है जो जितनी हमारी जानी-पहचानी है उतनी ही नयी-नवेली भी।"
- मनोज कुमार पाण्डेय
आज ही अपनी प्रति ऑर्डर करें यहाँ :
https://www.amazon.in/dp/9389915643?ref=myi_title_dp
Vani Prakashan #Vani58 #AndaazEBayanUrfRaviKatha #MamtaKaila #Memoirs #NewBook #VaniBooks #ReadWithVani
Great blog with helpful information. Pics are cool and nice.
जवाब देंहटाएंIf Want Play Online Game Please visit :-
Satta king
Satta King
Satta king
Satta King
Our Services Partner
Gas Stove Repair
Mumbai Call Girls
Digital Marketing Agency
Exporter and Importer