दागी लडें चुनाव
दागी लडें चुनाव तो,
अद्भुत है आनंद,
नीरस से सज्जन लडें,
आएं किसे पसंद ?
आएं किसे पसंद ?
न तो मदिरा बँटवाएं,
कब्जा करें न बूथ,
न ही गोली चलवाएं,
गुण्डों की हो जीत,
समझ जनता बड़भागी,
दंगा, पंगा नित्य,
खूब बहलाएं दागी !!
-ओम प्रकाश नौटियाल
(सर्वाधिकार सुरक्षित )
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