जस्सी संघा की कविताएँ-
विश्वहिंदीजन चौपाल6:45:00 pm
1. अब रिश्ते पहले से नहीं हैं मगर ऐसा क्या बदला कि मायने बदल गये ? रिश्तों के नाम अब भी वैसे ही हैं , बस थोड़े से माडरन हो ग...
0 Comments
Read
Reviewed by विश्वहिंदीजन चौपाल
on
6:45:00 pm
Rating: 5