संजय सेफर्ड की कविताएँ- विश्वहिंदीजन चौपाल5:36:00 pm वक़्त की रेत पर पड़े थे जो तुम्हारे पांव वक़्त के साथ ही मिट गए सारे निशान याद होगा तुम्हें वक़्त की इसी रेत पर बनाया था तु... 0 Comments Read
वंदना गुप्ता की कविताएँ- विश्वहिंदीजन चौपाल5:15:00 pm दुनिया कभी खाली नहीं होती ......... ************************ सोचती हूँ सहेज दूँ ज़िन्दगी की बची अलमारी में पूरी ज़िन्दगी का बह... 0 Comments Read