अन्तोन चेख़व की कहानी – ग्रीषा, - मूल रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय
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(कहानी)- "रामजी महाराज या आज की सीता": डॉ. सरस्वती जोशी, पैरिस
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दीपक यात्री की रचनाएं
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'हिंदी की साहित्यिक पत्रकारिता, हंस और राजेन्द्र यादव': दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी (20-21 अक्टूबर 2016), साखी और भोजपुरी अध्ययन केंद्र का.हिं.वि.वि.
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