एक डॉक्टर की फ़रियाद(डॉ. सुभेंदु बाग़ की मूल बंगाल कहानी से अनुवाद)
samvadmanch10:28:00 am
उस समय रात के साढे बारह बज रहा था | सांस की तकलीफ के इलाज के लिए घंटा भर पहले परिमल बाबू एक सरकारी अस्पताल में भर्ती हुए थे | उन...
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