श्री गुरू नानक देव जी -चंद दोहे
तीस मील लाहौर से ,तलवंडी इक स्थान
संत, सुधारक अवतरित ,नानक देव महान
अब है पाकिस्तान में , ननकाना यह धाम
बँधता कब भूगोल से ? प्रेम और सत्काम
सीख हमें यह दे गए , सबका हो कल्याण
भेद न कोई कीजिए, स्त्री पुरूष समान
"न उत्तम न नीच कोई " , सारे बंदे एक
जाति धर्म से ना बँटे , वही लोग हैं नेक
संग्रह ना कुछ कीजिए, तनिक न कीजे लोभ
ज्ञान गुरू का बाँटिए , बिन शंका बिन क्षोभ !!
-ओम प्रकाश नौटियाल
(पूर्व प्रकाशित- सर्वाधिकार सुरक्षित )
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