रंग होली के
रंगदार कुछ काम से,
हैं रंगीन मिजाज,
रंग बिन रंग बदलते,
गिरगिट सा अन्दाज !
होली में कैसे खिले,
उन शक्लों पर रंग
जिन पर पहले ही लगी ,
झूठ कपट की जंग !
-ओम प्रकाश नौटियाल
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