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जो गमों ने पाले हैं- ओम प्रकाश नौटियाल

जो गमों ने पाले हैं




जो गमों ने  पाले हैं, 
उन्हें और गम क्या होगा,
बहरों को सुनाकर तो,
कभी यह कम नही  होगा,
थी स्याह  जिनकी  जिंदगी 
दिन के भी उजाले में,
तम के सितम से उनका, 
अब दम, बेदम क्या होगा ! 
- ओम प्रकाश नौटियाल
(सर्वाधिकार सुरक्षित )
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