सर्दी चढ़ी सोपान OM10:23:00 pmसर्दी चढ़ी सोपान सर्दी चढ़ी सोपान रात का वृहद वितान कैसे गुजरेगी भला, काँप काँप यह रात, शीत थपेडों से हुई, नाग पाश सी रात, मिले नहीं समाधा... 0 Comments 1 minuteRead
बंधन यह अनुराग का OM10:48:00 am महका महका पावन पावन मौसम कितना सावन सावन महावर ,घेवर झूलों का रक्षाडोर, करफूलों का कलरव मधुर राग का बंधन यह... 0 Comments 1 minuteRead
संदेश -सरहद से OM9:08:00 am"भय्या तो हैं सीमा पर, राखी कैसे भेजूँ उन्हें", बहन, इस चिंता में, आँखें न भिगोना री, - तेरी ममता की डोर, बाँधे रक्खे , रहूँ क... 0 Comments 1 minuteRead
सावन OM8:21:00 amफैले धानी खेतों से सुरभित सुगंध चावल की महेश्वर पूजने जाती सरगम खनके पायल की - छवि चहकी गौरैया की कब विस्मृत हो पाती है सहन सूखते दानों को ज... 0 Comments 1 minuteRead
हिंदी कविता- क्षितिज का प्रचार OM10:50:00 pmHindi Kavita हिंदी कविता- क्षितिज का प्रचार कहाँ नभ की ऊँचाई और कहाँ तल धरती का कहीं मेल नहीं... 0 Comments 1 minuteRead
हे संक्रमण, हे संक्रमण !! OM11:55:00 am हे संक्रमण, तेरे चरण करें क्यों जग का व्युत्क्रमण प्रभु रचित अनुपम सृष्टि को यूँ धकेल कर मृत्यु शरण भर व्यग्रता अंतःकरण हे... 0 Comments 1 minuteRead